26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता अब साफ हो गया है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए आदेश जारी कर दिया है, जिसके बाद जल्द ही इस आतंकी को भारत लाया जाएगा। Tahawwur Rana पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है और 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
भारत की लंबे समय की कोशिशें हुईं सफल
भारत लंबे समय से Tahawwur Rana को प्रत्यर्पित करने की मांग करता रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका से इस विषय पर कई बार अपील की। आखिरकार, भारत के कूटनीतिक प्रयासों ने रंग लाया और अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का फैसला भारत के पक्ष में आया।
2008 के मुंबई हमले: एक भीषण त्रासदी
2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों में 166 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इन हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से नाव के जरिए मुंबई पहुंचे थे और 60 घंटे तक चलने वाले इस ऑपरेशन ने पूरे देश को झकझोर दिया था। Tahawwur Rana पर इन हमलों की साजिश रचने का आरोप है।
नवंबर 2024 में कानूनी लड़ाई में Tahawwur Rana की हार
Tahawwur Rana ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में यह तर्क दिया था कि वह 2008 के मुंबई हमले से जुड़े आरोपों पर पहले ही शिकागो की संघीय अदालत से बरी हो चुका है। उसका कहना था कि अमेरिका का कानून उसे दोबारा ट्रायल की अनुमति नहीं देता। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज करते हुए भारत प्रत्यर्पण का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
भारत का कूटनीतिक प्रयास बना अहम
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान यह मामला शुरू हुआ था, लेकिन जो बाइडेन प्रशासन के दौरान इसे निर्णायक मोड़ मिला। यह भारत की कूटनीतिक जीत को दर्शाता है।
अब भारत में ट्रायल के लिए तैयार
अब Tahawwur Rana को भारत लाने के बाद उस पर कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह भारत के न्यायिक और सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी सफलता है।