किंगदाओ (चीन)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया और साफ कहा कि आतंकवाद के साथ कभी शांति और समृद्धि संभव नहीं।
🔴 राजनाथ सिंह के प्रमुख बयान:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में ‘TRF’ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की, जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
इस हमले का तरीका लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से मिलता-जुलता था।
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सीमा पार स्थित आतंकी ढांचे को नष्ट किया।
उन्होंने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई हमारा अधिकार है।”
🌐 क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती – आतंकवाद
राजनाथ सिंह ने कहा कि शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी आज पूरे क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है। इसके पीछे का कारण है – कट्टरपंथ, उग्रवाद और आतंकवाद।
उन्होंने साफ कहा –
“शांति और समृद्धि आतंकवाद और विनाश के हथियारों के साथ नहीं टिक सकती।”
🔊 पाकिस्तान को घेरा – प्रायोजित आतंकवाद पर सख्त रुख
रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को नीति का हिस्सा बना चुके हैं और आतंकियों को शरण देते हैं, जो कि पूरी दुनिया के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा –
“SCO जैसे मंच को ऐसे देशों की खुलकर आलोचना करनी चाहिए।”