प्रयागराज. प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में अखाड़ों के साधु-संतों के लिए पहचान पत्र (आईकार्ड) जारी किया जाएगा। देशभर के सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों को यह पहचान पत्र मिलेगा। इसका उद्देश्य नकली साधु-संतों से अलग पहचान सुनिश्चित करना है। इस आईकार्ड में साधु-संतों का नाम, पता, मोबाइल नंबर और अखाड़े में उनके पद की जानकारी होगी, और इसे अखाड़े के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जारी किया जाएगा।
हाल के समय में भगवा पहनने वालों की संख्या बढ़ने से असली और नकली साधु-संतों की पहचान करना मुश्किल हो गया है। अब, इस पहचान पत्र से यह समस्या हल हो जाएगी। आईकार्ड में एक विशेष बारकोड होगा, जिसकी जानकारी केवल अखाड़े के सचिव के पास होगी।
नकली साधुओं और अराजक तत्वों से असली संतों की छवि खराब होने से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस योजना की शुरुआत महाकुंभ से होगी। अर्धकुंभ में भी यह प्रस्ताव आया था, लेकिन विवादों के कारण लागू नहीं हो सका। इस जानकारी को महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव यमुना पुरी ने साझा किया है।