फरहान अख्तर की आने वाली फिल्म ‘120 बहादुर’ अभी रिलीज़ भी नहीं हुई है, लेकिन इसे लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
अहीर समाज ने फिल्म के नाम पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यह उनके वीर शहीदों का अपमान है। समाज की मांग है कि फिल्म का नाम तुरंत बदला जाए, नहीं तो हरियाणा में फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी।
अहीर समाज का विरोध: सड़क पर उतरे लोग
26 अक्टूबर को अहीर समाज के सैकड़ों लोग खेड़की दौला टोल प्लाजा से पैदल मार्च करते हुए दिल्ली बॉर्डर की ओर बढ़े।
इस दौरान उन्होंने ‘120 बहादुर’ फिल्म के खिलाफ नारे लगाए, जिससे एनएच-48 (जयपुर-दिल्ली हाइवे) पर भारी जाम लग गया।
कई घंटे तक गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं।
अहीर नेताओं का कहना है कि अगर फिल्म का नाम नहीं बदला गया, तो वे हरियाणा में फिल्म की रिलीज रोक देंगे।
“नाम बदला जाए, नहीं तो बैन होगा” – अहीर नेताओं की चेतावनी
अहीर समाज के नेता अरुण यादव ने कहा –
“हम तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं ताकि फिल्म निर्माता और निर्देशक को चेतावनी दी जा सके। अगर जल्द फिल्म का नाम नहीं बदला गया तो हरियाणा में इसे रिलीज नहीं होने देंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि फिल्म मेकर्स को अहीर शहीदों के परिवारों से बात करनी चाहिए और उनकी शहादत को सही तरीके से दिखाना चाहिए,
वरना सरकार से फिल्म पर बैन लगाने की मांग की जाएगी।
क्या है पूरा विवाद?
फिल्म ‘120 बहादुर’ 1962 के भारत-चीन युद्ध की रेजांगला की ऐतिहासिक लड़ाई पर आधारित है।
इस लड़ाई में 13 कुमाऊं रेजिमेंट के 114 अहीर सैनिकों ने शौर्य और बलिदान की मिसाल पेश की थी।
अहीर समाज का कहना है कि फिल्म का नाम ‘120 बहादुर’ गलत और अपमानजनक है क्योंकि यह संख्या और इतिहास दोनों से छेड़छाड़ करता है।
वे चाहते हैं कि फिल्म का नाम ‘120 वीर अहीर’ रखा जाए।
पहले भी हुआ था विरोध
फिल्म का टीज़र रिलीज़ होने के बाद गुरुग्राम में यदुवंशी समाज की महापंचायत ने इसका विरोध किया था।
लोगों ने हाईवे पर प्रदर्शन करते हुए कहा था कि उनके पूर्वजों की शहादत को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है।
पुलिस ने किसी तरह हालात को काबू में किया था।
फरहान अख्तर का किरदार
फिल्म में फरहान अख्तर ने मेजर शैतान भाटी का किरदार निभाया है,
जो युद्ध के दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी मैदान छोड़ने से इनकार कर देते हैं और आखिरी सांस तक देश के लिए लड़ते रहते हैं।
फिल्म 21 नवंबर 2025 को रिलीज़ होने वाली है।
