रायगढ़। पीएम श्री नटवर आत्मानंद स्कूल में एक नई व्यवस्था को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कक्षा 9वीं में फेल हुई छात्रा को स्कूल में बैठने नहीं दिया गया, जिससे नाराज होकर परिजन कलेक्टर जनदर्शन पहुंचे और फिर मामला जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) तक पहुंचा।
छात्रा के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी कक्षा 9वीं में पढ़ रही थी और इस साल फेल हो गई। जब नए सत्र की शुरुआत हुई और वह पढ़ाई के लिए स्कूल गई, तो कक्षा शिक्षक ने उसे क्लास में बैठने से मना कर दिया और कहा कि उसे टीसी (Transfer Certificate) लेनी होगी।
जब परिजन स्कूल पहुंचे और प्राचार्य से बात की, तो उन्होंने भी टीसी निकालने की बात दोहराई। परिजनों ने कई बार निवेदन किया, लेकिन प्राचार्य ने कोई राहत नहीं दी।
अब परिजनों ने जिला शिक्षा अधिकारी केवी राव को आवेदन सौंपा है। DEO राव ने कहा,
“एक बार फेल होने पर टीसी देने का कोई नियम नहीं है। मैंने प्राचार्य को छात्रा का पूरा रिकॉर्ड लेकर बुलाया है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
यह मामला स्कूलों में नियमों की पारदर्शिता और छात्रों के भविष्य से जुड़े अधिकारों पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।