रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन ने मिर्गी और सिर की चोट (हेड इंजुरी) में इस्तेमाल होने वाले फेनीटोन सोडियम इंजेक्शन की सप्लाई पर रोक लगा दी है। यह कदम दवा की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद उठाया गया है।
दिल्ली की कंपनी को नोटिस
इस इंजेक्शन की सप्लाई करने वाली दिल्ली की सिस्टोकेम लेबोरेटरी को नोटिस भेजा गया है। साथ ही कंपनी के अन्य बैच के इंजेक्शन की अस्पतालों में सप्लाई भी रोक दी गई है। कंपनी से जवाब मांगा गया है कि सब-स्टैंडर्ड दवा की सप्लाई क्यों की गई?
नए बैच और गुणवत्ता परीक्षण के आदेश
कॉर्पोरेशन ने कंपनी से नई बैच की दवा भेजने के लिए कहा है। वहीं पुराने बैच को अब एक दूसरी एनएबीएल प्रमाणित लैब में दोबारा क्वालिटी टेस्टिंग के लिए भेजा गया है। यह फैसला एहतियात के तौर पर लिया गया है।
प्रदेशभर में सप्लाई रोक, स्टॉक वापसी के आदेश
फेनीटोन इंजेक्शन की सप्लाई आंबेडकर अस्पताल, डीकेएस सुपर स्पेशलिटी और राज्य के सभी जिला अस्पतालों व सीएचसी में हुई थी। अब दवा कॉर्पोरेशन ने इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए सभी स्टॉक को तुरंत वापस मंगाने का निर्देश दिया है।
क्यों जरूरी है इस दवा की गुणवत्ता?
फेनीटोन सोडियम एक आपातकालीन दवा है, जिसका उपयोग मिर्गी और सिर की गंभीर चोटों में दौरे रोकने के लिए किया जाता है। इसकी सही गुणवत्ता और निर्माण मानकों का पालन बेहद जरूरी है क्योंकि इसका थैरेपेटिक इंडेक्स बहुत नाजुक होता है।
