हरिद्वार। उत्तराखंड के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह बड़ी भगदड़ मच गई, जिसमें 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 29 अन्य घायल हो गए। यह हादसा श्रावण मास में दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के दौरान हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
यह भगदड़ सुबह करीब 9 बजे मंदिर की सीढ़ियों पर हुई, जब बिजली के करंट की अफवाह फैल गई। अफरा-तफरी के बीच श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिरने लगे जिससे यह हादसा हुआ।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की संवेदना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर गहरा दुख जताया और सोशल मीडिया पर कहा कि यह खबर अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर शोक जताते हुए कहा, “हरिद्वार की घटना दुखद है। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।”
सीएम धामी पहुंचे अस्पताल, राहत की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत हरिद्वार पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनके इलाज की व्यवस्था देखी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी।
इसके अलावा सभी पीड़ितों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
जांच और भविष्य की तैयारी
सीएम धामी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की जाएगी।
