पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाओं के बीच लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने गांव वापस लौटना चाहती हैं और जनता की सेवा करने का अवसर मिलने पर उन्हें इससे बड़ा कुछ नहीं चाहिए।
मैथिली ने मीडिया से कहा, “जिस तरह की तस्वीरें और लेख मैं देख रही हूं, उससे मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं राजनीति में कदम रखने को लेकर उत्सुक हूं, लेकिन आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रही हूं। अगर मुझे अपने क्षेत्र की सेवा करने का मौका मिला, तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी।”
बदलाव लाने की चाह है मकसद
मैथिली ने आगे कहा, “मैं राजनीति में सिर्फ नाम या खेल खेलने के लिए नहीं आ रही हूं। मेरा लक्ष्य बदलाव लाने के लिए शक्ति हासिल करना है। आने वाले पांच साल बिहार के लिए महत्वपूर्ण हैं। नीतीश कुमार ने हमारे लिए जो किया, उसके लिए हम आभारी हैं।”
क्यों हो रही है मैथिली के चुनाव लड़ने की चर्चा?
6 अक्टूबर को यह खबर सामने आई कि मैथिली ठाकुर बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा ले सकती हैं। दरअसल, उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी। इसके बाद चर्चा होने लगी कि वह दरभंगा की किसी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
विनोद तावड़े ने X (पूर्व Twitter) पर 5 अक्टूबर को पोस्ट किया था कि,
“वर्ष 1995 में बिहार में लालू राज आने पर जो परिवार बिहार छोड़कर गया, उसकी बिटिया सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर जी बदलते बिहार की रफ्तार को देखकर फिर से बिहार आना चाहती हैं। आज गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और मैंने उनसे आग्रह किया कि बिहार की जनता और राज्य के विकास के लिए उनका योगदान जरूरी है। बिहार की बिटिया मैथिली ठाकुर जी को अनंत शुभकामनाएं!”
मैथिली ठाकुर कौन हैं?
मैथिली ठाकुर का जन्म 25 जुलाई 2000 को बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ। वह लोक गायिका और शास्त्रीय संगीत में भी पारंगत हैं। मैथिली लोकगीत, भजन, मैथिली-भोजपुरी गाने गाती हैं और उन्होंने कई टीवी शो में भाग लिया है। सोशल मीडिया पर उनकी अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग है, जो उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाती है।
