रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शराब घोटाले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस घोटाले से जुड़े कारोबारी विजय भाटिया की रिमांड को 9 जून 2025 तक बढ़ा दिया गया है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने कोर्ट से रिमांड 16 जून तक बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन अदालत ने आंशिक रूप से मंजूरी देते हुए 9 जून तक हिरासत में रखने की अनुमति दी।
📌 क्या है शराब घोटाला?
यह घोटाला राज्य के सबसे बड़े आर्थिक अपराधों में से एक माना जा रहा है। जांच में सामने आया है कि सरकारी सिस्टम की मिलीभगत से अवैध शराब की बिक्री और सप्लाई बड़े पैमाने पर हो रही थी। इससे सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
विजय भाटिया पर आरोप है कि वह इस पूरे नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण कारोबारी चेहरा था। वह सप्लाई चेन, फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और फर्जी बिलिंग में सक्रिय भूमिका निभा रहा था।
🔍 क्यों बढ़ाई गई रिमांड?
EOW का कहना है कि विजय भाटिया से पूछताछ अभी अधूरी है। उसे अन्य आरोपियों के साथ आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करना जरूरी है। जांच एजेंसी के अनुसार, अब तक की पूछताछ में कई नकद लेनदेन, पुराने डेट में बिल और ‘कट मनी’ जैसी अहम जानकारियाँ सामने आई हैं, जिनकी पुष्टि जरूरी है।
📂 भाटिया के खिलाफ क्या मिला?
फर्जी कंपनियों के जरिए ट्रांजेक्शन
बेनामी संपत्ति और बिलिंग में गड़बड़ी
राजस्व अधिकारियों और राजनीतिक संपर्कों के साथ सांठगांठ
कई दस्तावेजी सबूत और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड
EOW को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान और भी बड़े नामों और खुलासों की संभावना है, जिससे इस घोटाले की जड़ तक पहुंचा जा सके।