असम के दीमा हसाओ जिले में स्थित एक कोयला खदान में पिछले 6 दिन से फंसे 9 मजदूरों के लिए चल रहे बचाव अभियान में भारतीय नौसेना के गोताखोर और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के जवानों ने शनिवार को तीन और शवों को बाहर निकाला। इस तरह अब मृतकों की संख्या 4 हो गई है, क्योंकि एक शव पहले 8 जनवरी को निकाला गया था।
बचाव कार्य जारी है, लेकिन अभी भी 5 मजदूर खदान में फंसे हुए हैं।
शनिवार सुबह 7:36 बजे, एक श्रमिक का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान 27 वर्षीय लिजेन मगर के रूप में हुई, जो उमरांगसो के निवासी थे। बाद में दो और शव मिले, लेकिन उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इससे पहले, मंगलवार को गंगा बहादुर श्रेष्ठो का शव बरामद हुआ था।
खदान में मजदूर कैसे फंसे थे?
ये हादसा 6 जनवरी को हुआ था, जब मजदूर 300 फीट गहरी कोयला खदान में काम कर रहे थे। अचानक खदान में पानी भरने से मजदूर अंदर फंस गए, और पानी का स्तर बढ़कर लगभग 100 फीट हो गया। बताया जा रहा है कि यह खदान अवैध रूप से चल रही थी और रैट माइनर्स द्वारा संचालित की जा रही थी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि खदान के मालिक, पुनीश नुनिसा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बचाव कार्य अभी भी जारी है, और अधिकारियों का प्रयास है कि बाकी फंसे हुए श्रमिकों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।