छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की 7 दिनों तक चली ED (प्रवर्तन निदेशालय) की रिमांड आज खत्म हो रही है। इस रिमांड के दौरान, ED को कई अहम जानकारी मिली है, जिससे शराब घोटाले में आगे बड़ी कार्यवाही की संभावना जताई जा रही है। ED मंगलवार को कवासी लखमा को विशेष कोर्ट में पेश करेगी।
क्यों हुआ कवासी लखमा की गिरफ्तारी?
ED ने कवासी लखमा को 15 जनवरी 2025 को गिरफ्तार किया था, इसके पहले 28 दिसंबर 2024 को लखमा और उनके करीबी लोगों के घरों पर छापेमारी की गई थी। इसके बाद 3 और 9 जनवरी 2025 को उनसे पूछताछ की गई, और अंत में 15 जनवरी को पूछताछ के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 21 जनवरी तक उन्हें रिमांड पर भेजा गया था, और अब रिमांड खत्म होने के बाद ED उन्हें विशेष अदालत में पेश करेगी।
कवासी लखमा को शराब घोटाले से जुड़ी रकम क्यों मिल रही थी?
कवासी लखमा की गिरफ्तारी 2161 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले में हुई है। ED के अनुसार, लखमा को हर महीने शराब घोटाले के सिंडिकेट से 2 करोड़ रुपये मिलते थे, यानी तीन साल में उन्हें 72 करोड़ रुपये मिल चुके थे। यह घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था, जब भूपेश बघेल की सरकार सत्ता में थी और कवासी लखमा राज्य के आबकारी मंत्री थे। ED का आरोप है कि लखमा ने इस शराब घोटाले से अर्जित अपराध की आय से बड़ी रकम मासिक रूप से प्राप्त की थी।
