छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को धान खरीदी के लिए खरीदे गए बारदाने की घटिया गुणवत्ता को लेकर आरोप लगाए गए। नेता प्रतिपक्ष, डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कम वजन के बारदाने खरीदकर बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 17 करोड़ से ज्यादा बारदाने एक हजार करोड़ में खरीदे जा रहे हैं, और ये बारदाने 100 ग्राम तक हल्के हैं, जिससे निजी जूट मिलों को फायदा हो रहा है।
इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने जवाब दिया कि गौरीशंकर जूट मिल से बारदाने में शिकायत आई थी, लेकिन जिला प्रशासन की जांच में कोई कमी नहीं पाई गई। मंत्री ने कहा कि किसानों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि बारदाने का वजन 580 ग्राम होना चाहिए, लेकिन जो बारदाने केंद्रों तक पहुंचे हैं, उनका वजन 480 ग्राम है। मंत्री ने बताया कि जूट मिलों के बारदाने का परीक्षण कमिश्नर द्वारा किया जाता है, और जांच में बारदाना सही पाया गया। उन्होंने कहा कि नमी के कारण बारदाने का वजन कम होता है, और बाद में उसका वजन 545 ग्राम होता है।
इस मुद्दे पर बहस के बाद, नेता प्रतिपक्ष ने मामले की जांच विधानसभा की कमेटी से कराने की बात कही। मंत्री बघेल ने इससे असहमत होते हुए कहा कि जांच की जरूरत नहीं है। इससे नाराज होकर कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया।