Kanpur Murder Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में फास्ट ट्रैक कोर्ट के द्वारा 4 लोगों को मासूम बच्ची की हत्या मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।आरोपियों ने बर्बरता की सीमा लांघते हुए छोटी बच्ची का कलेजा तक खा लिया…
Kanpur Murder Case: दरअसल, दिवाली के दिन 14 नवंबर 2020 में उत्तरप्रदेश कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र के भदरस गांव में एक ऐसी दर्दनाक घटना घटी की, जिसे सुन सभी की रूंहे कांप जाए।
इस घटना पर UP CM योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर कड़ी निन्दा की। इसके बाद मामले की सुनवाई कानपुर देहात स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट में चली।
कोर्ट ने शनिवार के दिन सभी 4 आरोपियों को दोषी करार करते हुए आजीवन कारावास की सजा दी है। साथ ही उन्हें 20 – 20 हजार रुपए का अर्थ दंड भी लगाया गया है।
तंत्र-मंत्र के चक्कर में हुई मासूम बच्ची की मौत
एडीजीसी प्रदीप पांडेय के अनुसार, सात साल की मासूम लड़की का दिवाली के दिन घाटमपुर थाना क्षेत्र के गांव में क्षत-विक्षत स्थिति में शव मंदिर के पास पाया गया था। जिसके बाद तांत्रिक क्रिया के लिए मासूम की बलि चढ़ाने की चर्चा होने लगी थी।
पुलिस ने गांव के ही निवासी अंकुल कुरील, वीरन कुरील को इसी क्रम में गिरफ्तार कर पूछताछ की, तब इस मामले का खुलासा हुआ। जिसे सुन पुलिस वाले भी चौंक गए। पुलिस ने बताया कि परशुराम ने ही अपने भतीजे अंकुल और वीरन को पैसे का लालच देकर ये काम करवाया था।
बच्ची की हत्या से पहले दोनों हत्यारों ने शराब पी और उससे रेप किया था। फिर मासूम की हत्या कर उसका लीवर, फेफड़ा बाहर निकाल परशुराम को सौंप दिया था।
परशुराम और उसकी पत्नी उसके लीवर को खा गए। जबकि बाकी अन्य अंगों को नष्ट कर दिया गया था। पुलिस ने अंकुल और वीरन के खुलासे पर ही परशुराम और उसकी पत्नी को अपने गिरफ्त में लिया।
एसपी बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक साल 1999 में परशुराम की शादी हुई थी, लेकिन उन्हें बच्चे न हो पाने की वजह से उसने तंत्र विद्या का सहारा लेकर ऐसा कदम उठाया।