योग गुरु बाबा रामदेव(Baba Ramdev) की ‘पतंजलि आयुर्वेद’ को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फटकार लगाई थी, जिसके बाद बाबा रामदेव ने जिसके बाद बाबा रामदेव ने सफाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों दी बाबा रामदेव को वार्निंग(Why did Supreme Court give warning to Baba Ramdev?
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा याचिका दायर किया गया था, जिसमें कहा गया था की पतंजलि आयुर्वेद द्वारा भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जिससे एलोपैथी दवाइयों की उपेक्षा हो रहा है।
आईएएम ने भी कहा है कि पतंजलि के द्वारा दावे किए गए विज्ञापनों की पुष्टि नहीं हुई है जो ड्रग्स एंड अदर मैजिक रेडेमिड एक्ट 1954 और कंज्यूमर प्रोटेक्शन 2019 कानूनों का उल्लंघन है।
ये था दावा
पतंजलि आयुर्वेद ने खुद दावा किया था कि उनकी प्रोडैक्ट कोरोनिल और स्वासरी से कोरोना का ईलाज संभव है।इसके दावे के बाद आयुष मंत्रायल ने भी पतंजलि को फटकार लगाई और प्रचार को रोकने कहा गया था।
अपनी सफाई मे बाबा रामदेव का प्रेस कॉन्फ्रेंस(Baba Ramdev’s press conference in his clarification)
बुधवार को बाबा रामदेव(Baba Ramdev) ने हरिद्वार में प्रेस कॉन्फ्रेंस रख कर अपनी सफाई दी है और कहा कि विभिन्न मीडिया साइड्स पर पतंजलि आयुर्वेद द्वारा झूठा प्रचार किया जा रहा है और सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने गलत प्रचार करने पर जुर्माना लगाने की बात कही है।
बाबा रामदेव(Baba Ramdev) आगे कहते है कि हम कोई ग़लत प्रचार नहीं करते। और झूठे है तो सरकार हम पर जुर्माना लगाया और इसके लिए गलत होने पर हम मृत्युदंड के लिए भी तैयार है। हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं।
लेकिन हमारे द्वारा गलत प्रचार नहीं होने पर उन लोगो के समूह को दण्ड दिया जाए जो लगातार योग और आयुर्वेद के झूठे प्रचार कर रहे। जों पिछले कुछ साल से रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ़ साजिश रच कर इसके दुरप्रचार कर रहे हैं।