लखनऊ में एक तेज रफ्तार कार ने एडिशनल ASP श्वेता श्रीवास्तव( Shweta Srivastava) के बेटे पर कार चढ़ा दी। मां की आंखों के सामने उसका इकलौता चिराग बुझ गया, एसयूवी में सवार दो लड़कों के रफ्तार के सनक ने बच्चे को मौत की नींद सुला दी।
सुबह-सुबह पांच बजे से बच्चा अपने कोच के साथ स्केटिंग के अभ्यास में लगा हुआ था,उससे थोड़ी ही दूरी पर उसकी मां उसे निहार रही थी, लेकिन तभी तेज रफ्तार से आती एक सफेद रंग की कार ने बच्चे को उसकी मां के सामने ही रौंदते हुए आगे बढ़ गई।
मां की आंखों ने जो देखा उसे यकीन नहीं हुआ, दिल चाक हो गया था, लेकिन कदम तेजी से बेटे की तरफ बढ़े। अपने बेटे को बचाने के लिए मां पूरी तेजी से आगे बढ़ी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। एक मां की आंखों के सामने तेज रफ्तार कार मासूम की जान ले चुकी थी।
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लखनऊ की एडिशनल ASP श्वेता श्रीवास्तव ने हर रोज की तरह सुबह-सुबह अपने बेटे को तैयार किया था। सुबह पांच बजे ही दोनों मां बेटे घूमने निकल जाते थे। बेटा निमिष स्केटिंग का अभ्यास करता था, वहीं पास ही में एडिशनल ASP श्वेता श्रीवास्तव(Shweta Srivastava) मॉर्निंग वॉक करतीं थीं।
कल भी कुछ ऐसा ही रूटीन हुआ दोनो मां बेटे सुबह स्केट और मॉर्निंग वॉक पर निकले, लेकिन लखनऊ जनेश्वर मिश्र पार्क के पास एक तेज रफ्तार कार छोटे से मासूम बच्चे का मौत का पैगाम लेकर आई,और मां की आंखों के सामने ही उसका नन्हा बच्चा दुनिया से अलविदा हो गया।
लखनऊ की ASP Shweta Srivastava के बेटे को कार ने रौंदा
ये SUV 700 कार थी। जिसे देवश्री वर्मा और सार्थक सिंह नाम के दो लड़के चला रहे थे,इनके कार की रफ्तार काफी ज्यादा थी उसी के चलते बच्चे को सामने देख कर भी ये उसे रोक नहीं पाए।
खबर है कि सार्थक सिंह समाजवादी पार्टी के एक नेता के परिवार से है वहीं दूसरा लड़का देवश्री वर्मा कानपुर के नामचीन परिवार से है।जिस कार से ये हादसा हुआ वह अंशुल वर्मा की थी जो की देवश्री के चाचा हैं।