आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत की हीरो बनीं जेमिमा रोड्रिग्स (Jemimah Rodrigues), जिन्होंने नाबाद 127 रनों की शानदार पारी खेली और भारत को फाइनल में पहुंचा दिया।
भारत की इस जीत के बाद जेमिमा की आंखों से आंसू निकल पड़े। मैच खत्म होने के बाद वह खुद को रोक नहीं पाईं और मैदान पर फूट-फूटकर रोने लगीं। जीत के बाद उन्होंने अपने दिल की बात कही और भगवान व फैंस का शुक्रिया अदा किया।
Jemimah Rodrigues का भावुक बयान
जेमिमा ने कहा,
“मैं यीशु को धन्यवाद देना चाहती हूं, मैं अकेले ऐसा नहीं कर सकती थी। मैं अपनी मां, पिता, कोच और उन सभी लोगों की आभारी हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। पिछले महीने मेरे लिए बहुत कठिन था, लेकिन अब यह एक सपने के सच होने जैसा लग रहा है।”
उन्होंने बताया कि उन्हें मैच शुरू होने के सिर्फ पांच मिनट पहले बताया गया था कि वह नंबर-3 पर बल्लेबाजी करेंगी।
“मुझे नहीं पता था कि मैं तीसरे नंबर पर खेलूंगी। यह मेरे बारे में नहीं, बल्कि भारत के लिए मैच जीतने के बारे में था,” जेमिमा ने कहा।
भगवान और बाइबिल का ज़िक्र
जेमिमा ने कहा कि मुश्किल वक्त में उन्होंने बाइबिल की एक पंक्ति याद रखी –
“चुपचाप खड़े रहो और खुदा तुम्हारे लिए लड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि वही पंक्ति उन्हें मैच के आखिरी वक्त में ताकत देती रही।
जेमिमा बोलीं – “हर दिन रोयी हूं, लेकिन हार नहीं मानी”
जेमिमा ने बताया कि पिछले साल उन्हें विश्व कप टीम से बाहर कर दिया गया था।
“उस समय मैं अच्छी फॉर्म में थी, लेकिन हालात मेरे हाथ में नहीं थे। इस दौरे में मैं लगभग हर दिन रोयी हूं। मानसिक रूप से बहुत कठिन समय था, लेकिन मुझे पता था कि भगवान मेरे साथ है।”
साथी खिलाड़ियों का भी जताया आभार
उन्होंने कहा,
“दीप्ति शर्मा और रिचा घोष लगातार मेरा हौसला बढ़ाती रहीं। मेरे साथी खिलाड़ी और दर्शकों की वजह से ही मैं यह कर पाई। यह जीत सिर्फ मेरी नहीं, पूरे भारत की है।”
भारत ने तोड़ा ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड
इस जीत के साथ भारत ने न सिर्फ फाइनल में जगह बनाई, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के लगातार 15 जीत के सिलसिले को भी तोड़ दिया। यह महिला वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार है जब किसी टीम ने 300 से ज्यादा का सफल चेज किया है।
