गरियाबंद जिले के आदिवासी ब्लॉक मैनपुर में हायर सेकेंडरी पढ़ने वाले 50 से ज्यादा छात्र-छात्राएं कलेक्टोरेट पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मुलाकात की और एक गंभीर ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में छात्रों ने स्कूल के कुछ शिक्षकों और प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शाला नायिका के नेतृत्व में छात्रों ने बताया कि शिक्षकों द्वारा उन्हें प्रैक्टिकल में अंक कम करने की धमकी दी जाती है, और उनके अभिभावकों को झूठी शिकायतें की जाती हैं। इसके अलावा, छात्रों के व्यक्तिगत जीवन पर भी सवाल उठाए जाते हैं, जैसे कि लड़के छात्रों से उनकी गर्लफ्रेंड और लड़की छात्रों से उनके बॉयफ्रेंड का नाम पूछा जाता है। छात्रों ने यह भी बताया कि अगर 12 दिसंबर तक पूर्व प्राचार्य हरिनारायण सिंह को वापस नहीं लाया जाता और उनके खिलाफ लगाए गए निराधार आरोपों की जांच नहीं की जाती, तो वे अर्धवार्षिक परीक्षा का विरोध करेंगे और आंदोलन करेंगे।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब तत्कालीन प्राचार्य हरिनारायण सिंह ने स्कूल में कुछ शिक्षकों की लापरवाही और उनके प्रशासनिक हस्तक्षेप के कारण कार्रवाई की थी। इन शिक्षकों ने बदले की भावना से प्राचार्य के खिलाफ शिकायत की और उसे 18 बिंदुओं में दर्ज किया। बिना जांच किए ही जिला अधिकारियों ने उन्हें हटा दिया और वर्तमान में प्राचार्य का चार्ज माधुरी नागेश के पास है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर कलेक्टर अरविंद पांडेय ने कहा कि छात्रों की शिकायत के आधार पर एक जांच टीम बनाई गई है। तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी गई है, और इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।