Folk singer Sharda Sinha: बिहार की प्रसिद्ध मैथिली लोक गायिका शारदा सिन्हा, जिनकी आवाज़ ने लाखों दिलों को छुआ है, आज एक गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना कर रही हैं। 4 नवंबर को उनकी हालत अचानक बिगड़ गई, और उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कर वेंटिलेटर पर रखा गया। इससे पहले 27 अक्टूबर को उन्हें बोन मैरो कैंसर के इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल किया गया था।
उनकी सेहत को लेकर हर कोई चिंतित है, और यह खबर हर किसी के दिल में एक गहरी लहर पैदा कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं शारदा सिन्हा के बेटे से फोन पर बात की और उनकी तबीयत का हाल लिया। पीएम ने भरोसा दिलाया कि शारदा सिन्हा का इलाज पूरी तरह से किया जाएगा और उन्हें जल्द स्वस्थ देखा जाएगा।
एम्स के मीडिया प्रभारी डॉ. रीमा दादा ने बताया कि शारदा सिन्हा की हालत अब स्थिर है, और वह अब भी डॉक्टर्स की कड़ी निगरानी में हैं। 2018 से मल्टीपल मायलोमा (हड्डियों की एक खतरनाक बीमारी) से जूझ रही शारदा सिन्हा के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन उनकी हिम्मत और डॉक्टर्स की मेहनत उम्मीद की किरण बनी हुई है।
राजनीतिक और सामाजिक जगत से जुड़ी कई हस्तियों ने शारदा सिन्हा से मिलने का सिलसिला जारी रखा है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, अश्विनी कुमार चौबे, रामनाथ ठाकुर, और धर्मशीला गुप्ता जैसे नेताओं ने एम्स पहुंचकर उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली।
कौन हैं शारदा सिन्हा? बिहार की इन लोक गायिका का नाम सिर्फ मैथिली गीतों से नहीं, बल्कि भोजपुरी और मगही गीतों से भी जुड़ा हुआ है। उनकी आवाज़ में ऐसी मिठास है जो हर दिल को छू जाती है। खासकर छठ पूजा के गीत ‘हो दीनानाथ’ का उनका मैथिली संस्करण लोगों की जुबां पर चढ़ चुका है। शारदा सिन्हा को 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था, जो भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।