Dhami Cabinet Meeting: उत्तराखंड की राजनीति में एक और नया अध्याय जुड़ गया है! मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में हुई कैबिनेट बैठक में एक ऐसा फैसला लिया गया है, जो प्रदेश के हजारों पशुपालकों के जीवन में क्रांति ला सकता है। सरकार ने फैसला किया है कि अब भेड़, बकरी, कुक्कुट और मछलीपालक सीधे भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की बटालियनों को ताजा मांस और मछली की आपूर्ति करेंगे।
आप सोच रहे होंगे, “इससे क्या बदलेगा?” तो सुनिए, इस फैसले के जरिए 80 से अधिक सहकारी समितियों के माध्यम से 11,000 से भी ज्यादा पशुपालक अब सीधे बाजार से जुड़ेंगे। यह योजना सिर्फ एक व्यापारिक समझौता नहीं, बल्कि प्रदेश के दूरदराज इलाकों में रहने वाले उन पशुपालकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिनके लिए बाजार तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती रही है।
सचिव पशुपालन, डॉ. बी वी आर सी पुरुषोत्तम ने बताया कि जल्द ही आईटीबीपी और सहकारी समितियों के बीच समझौता (एमओयू) होगा, जिससे यह योजना हकीकत बनेगी। और ये सिर्फ शुरुआत है! इस पहल से सालाना 200 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है—यानी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी एक नया संजीवनी मिलेगा।
धामी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि पशुपालकों को उनके मेहनत की सही कीमत भी मिले। इसके लिए सरकार ने 5 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड जारी किया है, ताकि दो दिनों के भीतर ही पशुपालकों को भुगतान हो जाए।