छतरपुर में अपनी प्रशासनिक सेवा दे रही डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने छुट्टी ना मिलने से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है। निशा ने गुरुवार को अपना इस्तीफा सामान्य प्रशासन विभाग को भेजकर अपना विरोध जताया।
इसमें बांगरे ने अपने इस तरह पद से इस्तीफा देने के बारे में प्रशासन को अवगत कराया है.
वर्तमान में लवकुश नगर की एसडीएम के रूप में निशा बांगरे अपनी सेवाएं दे रही है। उन्होंने अपने इस इस्तीफ के जरिए ये खेद जताया है की मेरे घर के गृहप्रवेश के मौके पर व विश्व शांतिदूत तथागत बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शनलाभ करने की अनुमति ना प्रदान करने से मेरी धार्मिक भावनाओं को गहरी क्षति पहुंची है.
इसी कारण मैं अपने मौलिक अधिकार, धार्मिक आस्था और संवैधानिक मूल्यों से समझौता करते हुए अपने डिप्टी कलेक्टर के पद पर बने रहना सही नहीं समझती हूं।
इसके चलते मैं अपने डिप्टी कलेक्टर के इस पद से 22 जून को रिजाइन कर रही हूं। बता दें कुछ समय पहले भी निशा बांगरे प्रशासनिक सेवा छोड़, राजनीति में हाथ आजमाने की भी इक्षा जाता चुकी थी.
निशा बांगरे की पढ़ाई की अगर बात करें तो उन्होंने साल 2010 से 2014 के बीच विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से अपनी पढ़ाई करी। जिसके बाद अमेरिका की कंपनी में भी उन्होंने काम किया।
साल 2016 में एमपी पीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए DSP का पोस्ट प्राप्त किया,फिर साल 2017 में एमपी पीएससी में फिर से बाजी मरते हुए बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर की पद पाई।