भारत के युवा शतरंज प्रतिभाशाली डी गुकेश(D Gukesh) ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित किया है। महज 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। एक रोमांचक मुकाबले में उन्होंने चीन के दिग्गज खिलाड़ी डिंग लिरेन को हराकर यह ऐतिहासिक जीत हासिल की।
कांटे की टक्कर और निर्णायक जीत
फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। 13 राउंड तक स्कोर बराबरी पर था, जिसने मैच को और रोमांचक बना दिया था। लेकिन आखिरी राउंड में D Gukesh ने अपनी चतुर चालों से डिंग लिरेन को मात दे दी। इस जीत के साथ ही गुकेश ने विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के दूसरे विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
भावुक पल और देश का गौरव
खिताब जीतने के बाद गुकेश बेहद भावुक हो गए। उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है और आज उनका यह सपना सच हो गया है। भारत के लिए यह एक गौरव का क्षण है।
शतरंज जगत में नया अध्याय
गुकेश की इस जीत ने शतरंज जगत में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। इतनी कम उम्र में विश्व चैंपियन बनना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता है। गुकेश ने साबित कर दिया है कि भारत में शतरंज का भविष्य उज्ज्वल है।