भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अब ‘वॉटर स्ट्राइक’ की तैयारी तेज कर दी है। सिंधु जल संधि रद्द करने के बाद भारत ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर क्वार बांध परियोजना के निर्माण को रफ्तार दे दी है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 3,119 करोड़ रुपये का लोन जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
क्या है क्वार बांध परियोजना?
यह एक ग्रीनफील्ड भंडारण परियोजना है, जिसकी कुल लागत 4,526 करोड़ रुपये है।
बांध की ऊंचाई 109 मीटर होगी और यह सालाना 1,975 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगा।
बांध पर काम NHPC और जम्मू-कश्मीर विद्युत विकास निगम के संयुक्त उपक्रम CVVPL द्वारा किया जा रहा है।
बैंकों से मांगा गया लोन
CVVPL ने इस परियोजना के आंशिक वित्तपोषण के लिए वित्तीय संस्थानों और बैंकों से प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर 3,119 करोड़ रुपये का लोन मांगा है। हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक ने यहां से बिजली खरीदने पर सहमति दी है।
अब तक कितना हुआ काम?
जनवरी 2024 में चिनाब नदी का जलमार्ग मोड़ा गया।
दिसंबर 2024 में मुख्य बांध का निर्माण शुरू हुआ।
609 मीटर लंबी पहुँच सुरंग की खुदाई जारी है।
परियोजना में 135 मेगावॉट की 4 भूमिगत इकाइयां लगाई जाएंगी।
चिनाब नदी पर अन्य परियोजनाएं
भारत, चिनाब और उसकी सहायक नदियों पर अन्य परियोजनाओं पर भी तेजी से काम कर रहा है:
पाकल दुल बांध (100 मेगावॉट) – 66% काम पूरा
किरू बांध (624 मेगावॉट) – 55% काम पूरा
रतले बांध (850 मेगावॉट) – 21% काम पूरा
क्वार बांध (540 मेगावॉट) – 19% काम पूरा
इन सभी परियोजनाओं को 2027-28 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
भारत ने रद्द की सिंधु जल संधि
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया।
अब भारत, पश्चिमी नदियों पर तेज़ी से परियोजनाएं बना रहा है, जिससे पाकिस्तान को मिलने वाले पानी की मात्रा प्रभावित हो सकती है।
