छत्तीसगढ़ में 5वीं और 8वीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा फिर से शुरू करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश दिया गया है।
बोर्ड परीक्षा की पृष्ठभूमि
2010-11 में 5वीं और 8वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई थीं। इसके बाद सभी बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के तहत फेल नहीं किया जाता था। लेकिन इससे छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता प्रभावित हुई। इसको ध्यान में रखते हुए फिर से केंद्रीकृत परीक्षा शुरू करने का फैसला लिया गया है। हर शैक्षणिक सत्र में नियमित रूप से यह परीक्षाएं होंगी।
परीक्षा से जुड़े अहम नियम
दोबारा परीक्षा का मौका: अगर कोई छात्र वार्षिक परीक्षा में फेल होता है, तो उसे दो महीने के भीतर एक और मौका दिया जाएगा।
कोई निष्कासन नहीं: किसी भी छात्र को प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने तक स्कूल से निकाला नहीं जाएगा।
फ्री परीक्षा: परीक्षा के लिए छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मार्च में परीक्षा: परीक्षा मार्च में होगी और इसका टाइम-टेबल लोक शिक्षण सचिवालय जारी करेगा।
सभी स्कूल शामिल: सरकारी, गैर-सरकारी और अनुदान प्राप्त सभी स्कूलों में ये परीक्षा आयोजित होगी।
गोपनीयता और गुणवत्ता
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) परीक्षा के दौरान गोपनीयता बनाए रखने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निभाएंगे।