कर्नाटक के तुमकुरु जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक तेंदुआ रिहायशी इलाके में घुस आया। अचानक तेंदुआ महिलाओं और बच्चों की ओर बढ़ने लगा, तो एक 43 साल के व्यक्ति ने अपनी जान की परवाह किए बिना तेंदुए की पूंछ पकड़ ली और उसे रोक लिया। इस बहादुरी को देख लोग हैरान रह गए और इसका वीडियो वायरल हो गया।
कर्नाटक के तुमकुरु जिले में तेंदुआ घुसा
यह घटना बेंगलुरु से 160 किलोमीटर दूर चिक्काकोट्टिगेहल्ली गांव की है। गांव में तेंदुए के दिखने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तेंदुए के पैरों के निशान खेतों में पाए गए, लेकिन वह छिप गया था। वन विभाग के अधिकारी तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लगाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तेंदुआ हर बार भागने में सफल हो रहा था।
महिलाओं और बच्चों की ओर बढ़ा तेंदुआ
मौका और भी खतरनाक तब हो गया, जब तेंदुआ अचानक महिलाओं और बच्चों की ओर बढ़ने लगा। यहां पर 43 साल के योगानंद ने अपनी जान की बाजी लगाते हुए तेंदुए की पूंछ पकड़ ली। योगानंद ने बताया, “मुझे यह एहसास हुआ कि महिलाएं और बच्चे खतरे में हैं, और तेंदुआ भीड़ पर हमला कर सकता है। इसलिये मुझे उसे रोकना पड़ा।”
तेंदुए की पूंछ पकड़कर उसे रोका
योगानंद ने आगे बताया, “जब मैंने देखा कि तेंदुआ धीरे-धीरे चल रहा था, तो मुझे लगा कि उसे कोई स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। भगवान पर भरोसा करते हुए, मैंने पूरी ताकत से तेंदुए की पूंछ पकड़ ली और उसे पीछे खींच लिया। तेंदुआ पीछे मुड़ा, और तभी वन विभाग की टीम ने जाल फेंका और उसे पकड़ लिया।”
तेंदुआ पकड़ा गया और बचाव केंद्र भेजा गया
इस बहादुरी के बाद तेंदुआ पकड़ा गया और उसे मैसूर के एक बचाव केंद्र में भेज दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है। योगानंद की इस बहादुरी को लोग सराह रहे हैं और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।