Indore. इंदौर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है,जहां लवकुश चौराहे पर एक महिला ने अपनी बेटी के साथ भीख मांगते हुए महज 45 दिन में ही ढाई लाख रुपये तक की कमाई कर ली.
अब जेजे एक्ट की गंभीर धाराओं के तहत अब लखपति भिखारी पर केस दर्ज होगा. उस महिला की बेटी ने बयान दिया है कि उसकी मां उनसे भीख मंगवाती थी.महिला ने भी पूछताछ में बताया कि 45 दिन में उसने 2.5 लाख रुपये कमाए हैं.
दरअसल, Indore को भिखारी मुक्त करने कलेक्टर आशीष सिंह के द्वारा निर्देशित किए जाने पर पांच दिन पहले संस्था प्रवेश की प्रमुख रुपाली जैन ने एक भीख मांगने वाली महिला इंदिरा को उसकी बच्ची के साथ था. महिला ने पूछताछ में यह कहा कि, भीख ही तो मांग रहें हैं, चोरी थोड़ी की हूं.
इंदिरा नाम की इस महिला के नाम एक बाइक और उसका लाइसेंस भी है. लेकिन उसे बाइक तो चलाना नहीं आता. फिर लाइसेंस कैसे बनवाया, यह जांचने का विषय है. इंदिरा पर हो रही इस कार्रवाई की खबर पाकर उसका पति अमरलाल दो बेटों को लेकर राजस्थान फरार हो गया है.
8 वर्षों से कर रही है महिला भीख मांगने का काम
प्रधानमंत्री की ओर से भिक्षा-मुक्त भारत अभियान छेड़ा गया है. इसी के तहत इंदौर कलेक्टर के द्वारा बाल भिक्षावृत्ति रोकने निर्देशित किया गया. इस अभियान के लिए सात दलों की टीम बनी है, जिसमें महिला बाल विकास और संस्था प्रवेश की टीम अग्रणी भूमिका निभाते हुए सभी प्रमुख चौक चौराहे पर बाल भीक्षावर्ती रोकने के लिए जुटी हुई है।
7 दिन में महिला की भीख मांगकर 19200 रुपये की कमाई
खबर अनुसार,19200 रुपये भीख मांगकर महिला ने महज 7 दिन में कमाए. महिला ने सास-ससुर को एक लाख रुपये अपने गांव भेज दिए. अपने बेटों के नाम पर 50 हजार रुपये की एफडी कराई.
साथ ही खाते में 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए. और बाकी 50 हजार अपने खर्चे के लिए रखे थे.उसे अब जिला न्यायालय भेजा जा चुका है. उसके बच्चों को अब बाल सर्वेक्षण गृह में भेजा गया है, जहां उन्हें शिक्षा मिलेगी और काउंसलिंग कराई जाएगी ।