कटरा, जम्मू-कश्मीर: भूस्खलन के चलते 22 दिन तक रोक के बाद माता वैष्णो देवी यात्रा बुधवार को फिर से शुरू हो गई। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित त्रिकुटा पर्वत पर मां वैष्णो देवी के भक्तों ने ‘जय माता दी’ के जयकारों से पवित्र स्थल को गुंजायमान कर दिया। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने मौसम अनुकूल होने पर श्रद्धालुओं के लिए यात्रा फिर से खोलने का ऐलान किया।
भक्तों में उमड़ी खुशी, कटरा में बना उत्सव का माहौल
सुबह-सुबह बाणगंगा दर्शनी गेट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जो माता के दर्शन के लिए बेस कैंप पर इंतजार कर रही थी। भक्तों ने यात्रा शुरू होते ही खुशी और राहत का इजहार किया। श्राइन बोर्ड ने सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त किया है और RFID ट्रैकिंग कार्ड को अनिवार्य कर दिया है, ताकि यात्रा पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी बनी रहे।
श्राइन बोर्ड की अपील – सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी
श्राइन बोर्ड ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि:
वैध पहचान पत्र साथ रखें।
तय किए गए रास्तों का पालन करें।
अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग करें।
RFID आधारित ट्रैकिंग कार्ड का उपयोग करें।
एक अधिकारी ने बताया, “यात्रा का फिर से शुरू होना हमारी सामूहिक आस्था और संकल्प का प्रतीक है। हम पूरी तरह से सुरक्षा व सुविधा का ध्यान रखते हुए माता के भक्तों को सुगम यात्रा सुनिश्चित कर रहे हैं।”
भक्तों की प्रतिक्रिया – माता के दर्शन को मिली नई उमंग
महाराष्ट्र से आई श्रद्धालु महिला ने बताया, “पुणे से कटरा पहुँचने के बाद दो दिन से इंतजार कर रहे थे। अब माता के दर्शन के लिए मन बहुत प्रफुल्लित है। यह दिन हम कभी नहीं भूलेंगे।” सभी भक्त उत्साहित होकर त्रिकुटा पर्वत की ओर अग्रसर हैं।
नवरात्रि में भारी भीड़ की उम्मीद
श्राइन बोर्ड ने भविष्यवाणी की है कि 22 सितंबर से शुरू होने वाले नवरात्रि पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ जाएगी। इसलिए सभी से विशेष सतर्कता बरतने और अपडेट सूचनाओं पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।
