गौरेला पेंड्रा मरवाही: स्वास्थ्य विभाग ने मरवाही के निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
प्रसव में लापरवाही पर कार्रवाई
कलेक्टर के निर्देश पर जांच के बाद दोषी ANM पुष्पांजलि राठौर को सस्पेंड कर दिया गया। जांच में पाया गया कि पुष्पांजलि राठौर ने प्रसूता और उसके नवजात की गंभीर स्थिति के बारे में उच्च अधिकारियों को जानकारी नहीं दी, जिसके कारण समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाया और दोनों की मौत हो गई।
घटना का विवरण
यह घटना 10 फरवरी को आदिवासी बाहुल्य मरवाही के निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में हुई। खुरपा गांव की निवासी बुधवारिया बाई भैना को प्रसव के लिए अस्पताल लाया गया। प्रसव के दौरान लगातार रक्त स्राव हुआ, लेकिन अस्पताल में कोई उचित कदम नहीं उठाए गए। स्थिति बिगड़ने के बाद भी प्रसूता को समय पर जिला अस्पताल रेफर नहीं किया गया। अंततः देर रात 3 बजे प्रसूता को रेफर किया गया, लेकिन एंबुलेंस का इंतजाम नहीं किया गया।
अंततः, प्रसूता और बच्चे की मौत जिला अस्पताल पहुंचने के बाद हो गई। डॉक्टरों ने मौत की वजह अधिक खून बहना बताया। मृतका अपनी माता-पिता की इकलौती संतान थी, और अब परिवार पूरी तरह से टूट चुका है।
सस्पेंड ANM
पुष्पांजलि राठौर को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।