नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ Gen-Z युवाओं के विरोध प्रदर्शन ने हालात को गंभीर बना दिया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार संकट में घिरती नजर आ रही है। हाल ही में गृह मंत्री रमेश लेखक के इस्तीफा देने के बाद अब कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री प्रदीप पौडेल भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं।
कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी का इस्तीफा
रामनाथ अधिकारी ने अपने इस्तीफे में लिखा कि लोकतंत्र में सवाल पूछना और शांतिपूर्वक विरोध करना हर नागरिक का अधिकार है। लेकिन सरकार ने इसके बजाय प्रदर्शनकारियों पर दमन, बल प्रयोग और हत्या जैसी कार्यवाही कर तानाशाही को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा:
“जिस पीढ़ी का देश के निर्माण में सहयोग करना चाहिए था, उसके साथ युद्ध जैसा व्यवहार किया गया। छोटे बच्चों की हत्या के बाद मेरी अंतरात्मा मुझसे सरकार में बने रहने की अनुमति नहीं देती।”
स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल भी इस्तीफा देंगे
प्रदीप पौडेल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की हत्या और सरकार की आलोचना को देखते हुए वे इस्तीफा देने का निर्णय ले रहे हैं। उन्होंने कहा:
“ऐसी स्थिति में सरकार में बने रहना जरूरी नहीं है। मैं इस्तीफा दे रहा हूं।”
नेपाल में प्रदर्शन और हिंसा जारी
नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटा लिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों का आंदोलन थम नहीं रहा। आज भी कई जगह प्रदर्शन जारी हैं।
संसद भवन के पास युवा बड़ी संख्या में जमा हैं।
संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर के बाहर प्रदर्शन जारी।
काठमांडू, झापा और अन्य क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने बिरतामोड़ और कंकई जैसे मुख्य इलाकों में आगजनी की है।
आज की स्थिति में नेपाल पूरी तरह तनावग्रस्त है। पुलिस की गोलीबारी में अब तक 20 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक घायल हैं।
