यूपी के मऊ जिले में महिला थाने की इंस्पेक्टर द्वारा की गई एक बड़ी चूक अब कार्रवाई का कारण बन गई है। गाजीपुर से दर्शन के लिए आए भाई-बहन को प्रेमी युगल समझकर सार्वजनिक रूप से हिदायत देना महिला थानेदार को महंगा पड़ गया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से इंस्पेक्टर को पद से हटा दिया। महिला थाने की नई प्रभारी के तौर पर कल्पना मिश्रा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पुलिस अधीक्षक इलामारन ने साफ शब्दों में कहा है कि कानून और मानवीय गरिमा के उल्लंघन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मिशन शक्ति अभियान के दौरान हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, मिशन शक्ति 0.5 के तहत जागरूकता अभियान के दौरान महिला थाने की इंस्पेक्टर मंजू सिंह सोमवार को शीतला माता मंदिर परिसर में चेकिंग कर रही थीं। इसी दौरान मंदिर दर्शन के लिए आए गाजीपुर निवासी भाई-बहन को उन्होंने प्रेमी युगल समझ लिया और उनसे कड़ी पूछताछ शुरू कर दी।
पूछताछ के दौरान महिला इंस्पेक्टर ने युवती के परिजनों से मोबाइल पर बात भी की और दोनों को सार्वजनिक मंच पर नसीहत दी। इस पूरी घटना का करीब 2 मिनट 1 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
वीडियो में क्या कहा गया?
वायरल वीडियो में महिला इंस्पेक्टर युवक-युवती को रोककर पूछती नजर आती हैं—
“कौन है ये?”
जब युवती बताती है कि वह उसका भाई है, तो इंस्पेक्टर घर पर बात कराने, मोबाइल नंबर देने और अकेले न घूमने की सलाह देती हैं। साथ ही गार्जियन के साथ आने की हिदायत भी दी जाती है।
महिला इंस्पेक्टर ने युवती के घरवालों से बातचीत में यह भी कहा कि लड़कियों को अकेला क्यों छोड़ा जाता है और मंदिर जैसी जगहों पर गार्जियन का होना जरूरी है।
कार्रवाई के बाद सख्त संदेश
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला इंस्पेक्टर को महिला थानेदार के पद से हटा दिया। प्रशासन ने इस कदम के जरिए साफ संकेत दिया है कि सार्वजनिक अपमान, गलत पहचान और अधिकारों के उल्लंघन पर सख्त रुख अपनाया जाएगा।
