हरियाणा से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक (IAS)अधिकारी के दादा-दादी ने अपने परिवार के जुल्मोसितम से तंग आकर आत्महत्या कर ली.
खबर है की मृतक बुजुर्ग दंपती ने एक सुसाइड नोट भी लिखा हुआ था,जो की अपनी मृत्यु से पूर्व उन्होंने पुलिस को सौंपा था। बुजुर्ग ने नोट में लिखा था की, करीब 30 करोड़ की भारी संपत्ति उनके बेटों के पास है,जबकि वो एक एक रोटी के लिए मोहताज हैं.
जानकारी अनुसार मृतक जगदीश चंद्र और भागली देवी अपने बेटे वीरेंद्र के पास रहा करते थे। वीरेंद्र आर्य के एक बेटा विवेक आर्य साल 2021 में आईएएस बने थे,उनको हरियाणा कैडर मिला है।
बुधवार की रात बाढड़ा स्थित अपने आवास पर ही दोनो बुजुर्ग दंपति ने जहरीला पदार्थ पी लिया। जिसके कुछ ही समय बाद जगदीश चंद्र ने खुद ही पुलिस कंट्रोल रूम कॉल कर इसकी जानकारी दी।
परिवार की बेरुखी से थे परेशान
मरने से पहले ही बुजुर्ग ने पुलिस को एक सुसाइड नोट सौंप दिया था,जिसमे लिखा था की – मैं जगदीश चंद्र आर्य आपको अपना दर्द बयां करता हु।
मेरे बेटों के पास करीब 30 करोड़ की भारी संपत्ति है, लेकिन फिर भी उनके पास मुझे खिलाने को दो रोटी तक नहीं हैं। मैं अपने छोटे बेटे के पास रहा करता था लेकिन उसकी 6 साल पहले ही मौत हो गई।
उसकी पत्नी ने कुछ दिन तो रोटी दिए, लेकिन कुछ समय बाद वह गलत काम करने लगी,मैंने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने मुझे मार पीटकर घर से बेघर कर दिया.
अनाथ आश्रम में मैं दो साल तक रहा,फिर जब आया तो मकान पर ताला लगा हुआ था,मेरी पत्नी को लकवा हो गया और हम दोनो अपने दूसरे बेटे के पास आ गए.
सरकार और समाज इन्हे कड़ी सजा दे
उन्होंने भी अब हमसे मुख मोड़ लिया है,और बासी रोटी और खाना देने लगे हैं, आखिर कब तक ये जहर खाता,इसी वजह से मैंने सल्फास की गोली निगल ली है।
मेरी मौत के दोसी मेरी दो पुत्रवधू, एक बेटा और एक भतीजा है। जैसे जुल्म इन चारों ने मुझ पर किए हैं, ऐसा कोई भी संतान अपने मां बाप पर न करे।
सरकार और समाज इन्हे कड़ी से कड़ी सजा दे। तभी मेरी आत्मा को शांति मिल पाएगी। मेरी सभी जमा पूंजी बैंक में दो एफडी और बाढड़़ा में जो दुकान है वो सब आर्य समाज बाढड़ा को दे दिया जाए।’
चार लोगों के खिलाफ हुआ केस दर्ज
बुजुर्ग के द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट के माध्यम से पुलिस ने परिवार के ही चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।