संगीतकार और उस्ताद तबला वादक जाकिर हुसैन को 67वें ग्रैमी अवार्ड्स के ‘इन मेमोरियम’ खंड में श्रद्धांजलि नहीं दी गई, जिससे संगीत प्रेमी नाराज हो गए हैं। इस खंड में उन कलाकारों को श्रद्धांजलि दी जाती है जो इस दुनिया से अलविदा ले चुके होते हैं, लेकिन जाकिर हुसैन का नाम इसमें शामिल नहीं था।
यह चूक सोशल मीडिया पर काफी आलोचना का कारण बनी है। भारतीय प्रशंसकों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और रिकॉर्डिंग अकादमी को टैग करते हुए सवाल उठाए। एक यूज़र ने लिखा, “कैसे जाकिर हुसैन का नाम ग्रैमी के शोक संदेश में नहीं था? वह पिछले साल के विजेता थे।” एक अन्य ने कहा, “चार बार ग्रैमी पुरस्कार विजेता जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि में शामिल नहीं करना सच में शर्मनाक है।”
जाकिर हुसैन का निधन 16 दिसंबर 2023 को हुआ था, वह 73 साल के थे और इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (IPF) नामक बीमारी से जूझ रहे थे, जो फेफड़ों को प्रभावित करती है। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण जैसे सर्वोच्च सम्मान दिए गए थे।