डोंगरगढ़ (छत्तीसगढ़): चैत्र नवरात्रि का समापन रविवार रात डोंगरगढ़ में बेहद भव्य तरीके से हुआ। मां बमलेश्वरी के दरबार में हजारों भक्त पहुंचे और 8500 से ज्यादा ज्योति कलश महावीर तालाब में विसर्जित किए गए।
इस बार न केवल देश, बल्कि अमेरिका, कनाडा, दुबई, कतर और न्यू जर्सी जैसे विदेशी देशों से भी भक्तों ने माता के नाम पर ज्योत जलवाई। कुल 7455 ज्योत ऊपर मंदिर में, 905 नीचे मंदिर में और 69 शीतला माता मंदिर में प्रज्वलित हुई थीं।
विसर्जन रविवार देर रात करीब 3 बजे तक चलता रहा। इस दौरान सैकड़ों महिलाएं सिर पर ज्योत लेकर मंदिर से तालाब तक निकलीं। माहौल ऐसा था मानो धरती पर सितारे उतर आए हों। शहर भक्तिरस की रौशनी से जगमगा उठा।
ज्योत यात्रा नीचे बमलेश्वरी मंदिर से शुरू होकर मुंबई-हावड़ा रेल ट्रैक और शीतला मंदिर होते हुए महावीर तालाब तक पहुंची। शीतला मंदिर में परंपरागत ‘माई ज्योत’ की भी भेंट हुई, जो सालों से चली आ रही परंपरा है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने मुंबई-हावड़ा रूट पर करीब तीन घंटे का ब्लॉक लिया। पूरे नवरात्रि के दौरान महाराष्ट्र के सालेकसा से आए शहनाई वादकों ने हर दिन मधुर भजन बजाए, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा।
डोंगरगढ़ की नवरात्रि सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि मां बमलेश्वरी के लिए लोगों की गहरी आस्था का प्रतीक बन चुकी है, जो हर साल हजारों भक्तों को जोड़ती है।