नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के इतिहास में पहली बार रविवार को सदन का सत्र आयोजित किया जा रहा है। यह विशेष सत्र ई-विधानसभा सिस्टम की तकनीकी जांच और ट्रायल के लिए किया जा रहा है ताकि आगामी सत्र के दौरान कोई तकनीकी दिक्कत न आए।
4 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से पहले, 70 विधायकों, मुख्यमंत्री, मंत्रियों और स्पीकर के साथ एक ट्रायल सत्र आयोजित होगा जो करीब डेढ़ घंटे चलेगा।
क्यों हो रहा है रविवार को विधानसभा सत्र?
विधानसभा में फेस रीडिंग सिस्टम वाले iPad लगाए गए हैं, जिनके जरिए विधायक ही अपने-अपने डिवाइस को एक्सेस कर सकेंगे। किसी अन्य को वह iPad खोलने की अनुमति नहीं होगी। इस नई व्यवस्था की तकनीकी जांच के लिए रविवार को यह अभ्यास सत्र हो रहा है।
हर 7 विधायकों के लिए 1 टेक एक्सपर्ट
इस ट्रायल के लिए 18 तकनीकी विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं। हर 7 विधायकों की टीम के साथ 1 एक्सपर्ट होगा, जो जरूरत पड़ने पर गैलरी से तत्काल मदद के लिए सीट पर पहुंचेगा।
स्पीकर ने बताया ऐतिहासिक दिन
विधानसभा अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि पदभार संभालते समय उन्होंने दो संकल्प लिए थे –
ई-विधानसभा की शुरुआत
विधानसभा को सौर ऊर्जा से संचालित करना
अब ये दोनों संकल्प पूरे हो रहे हैं, जिससे रविवार का दिन विधानसभा के लिए ऐतिहासिक बनने जा रहा है।
