पटना हाईकोर्ट ने हाल ही में 70वीं BPSC प्री परीक्षा के परिणाम पर रोक नहीं लगाने का फैसला सुनाया है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने परीक्षा विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी और रिएग्जाम की मांग की। चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि परीक्षा में धांधली हुई है, जिसके कारण रिएग्जाम की जरूरत पड़ी।
चिराग पासवान का बयान
चिराग पासवान ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से छात्रों के साथ खड़ी है। उन्होंने माना कि इस परीक्षा में कहीं न कहीं अनियमितता हुई है। चिराग के अनुसार, यह अनियमितता इतनी बड़ी थी कि रिएग्जाम कराना जरूरी हो गया।
रिएग्जाम की मांग
चिराग ने कहा कि जब एक ही परीक्षा दो बार कराई जाती है, तो यह और गंभीर हो जाता है, खासकर जब दूसरी बार परीक्षा सिर्फ कुछ छात्रों के लिए होती है। उन्होंने यह भी बताया कि 22 परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी होने के कारण रिएग्जाम की स्थिति बनी। चिराग ने कहा कि इस स्थिति में BPSC की जिम्मेदारी बनती है कि सभी छात्रों को बराबर मौके दिए जाएं और किसी को भी कोई विशेष लाभ न मिले। इसलिए, उन्होंने पूरे परीक्षा को फिर से कराने की मांग की।
सरकार में रहते हुए आंदोलन पर चुप्पी
चिराग ने यह भी कहा कि अगर वह विपक्ष में होते, तो वह इस मामले पर आंदोलन और धरने का हिस्सा बनते, लेकिन चूंकि वह अब सरकार का हिस्सा हैं, इसलिए गठबंधन की मर्यादा के कारण वह आंदोलन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से मुख्यमंत्री से रिएग्जाम की मांग कर रहे हैं और उम्मीद जताई कि सरकार इस मामले में सही निर्णय लेगी।