बालोद। जिले में पड़ रही तेज गर्मी का असर अब वन्य जीवों पर भी दिखने लगा है। बालोद वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नारागांव स्थित सियादेवी मंदिर के पास स्टॉप डेम के पास एक नीलगाय मृत पाई गई।
वन विभाग की टीम ने नीलगाय के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण सामने आएगा।
भालू की मौत और दफन का मामला भी अभी चर्चा में
कुछ दिन पहले ही बालोद जिले में एक भालू की मौत के बाद उसका शव गुपचुप तरीके से दफनाने का मामला सामने आया था। जांच में पाया गया कि सुरक्षा श्रमिक कीर्तन कुंजाम और अग्नि प्रहरी इंद्रराज ने भालू के पंजे और गुप्तांग काटकर अलग किए थे। इस काम में ईश्वरलाल, मनोहर और चरण कुमार साहू भी शामिल थे, लेकिन किसी ने भी अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं दी।
इस मामले में डीएफओ ने बालोद रेंजर को निर्देश दिए हैं कि दोषियों पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाए। बता दें कि एक महीने पहले किल्लोबाहरा के तांदुला डुबान क्षेत्र में भी एक भालू का शव मिला था, जिसे वन विभाग के ही अफसरों और कर्मचारियों ने बिना सूचना के दफना दिया था। इस मामले में डिप्टी रेंजर समेत दो बीट गार्ड पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं।