25 अप्रैल 2025 को अयोध्या में भगवान श्री रामलला का अलौकिक श्रृंगार किया गया। हर दिन की तरह आज भी रामलला को नए वस्त्र पहनाकर, फूलों से सजाया गया। सुबह 6:30 बजे आरती के साथ दर्शन शुरू हुए। रामलला को जगाने के बाद स्नान, लेप और श्रृंगार किया गया।
हर मौसम के अनुसार रामलला के वस्त्र बदले जाते हैं—गर्मी में हल्के सूती और सर्दियों में ऊनी कपड़े पहनाए जाते हैं। दोपहर 12 बजे भोग आरती और शाम 7:30 बजे संध्या आरती होती है। रात 8:30 बजे रामलला को शयन कराया जाता है। दर्शन का समय सुबह से शाम 7:30 बजे तक है।
रामलला को दिन में चार बार भोग लगाया जाता है। हर समय के लिए अलग-अलग व्यंजन बनाए जाते हैं, जो राम मंदिर की रसोई में तैयार होते हैं।