पटना। खेसारी लाल यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनकी फिल्में हिट हों या न हों, लेकिन उनके गाने हमेशा यूट्यूब पर ट्रेंड में रहते हैं। आज वे एक फिल्म के लिए मोटी रकम लेते हैं, लेकिन उनकी शुरुआत आसान नहीं थी। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे खेसारी ने अपनी गायकी से लाखों लोगों का दिल जीता और आज हर कोई उन्हें जानता है।
बचपन और संघर्ष
खेसारी लाल यादव का जन्म 15 मार्च 1986 को बिहार के सारण जिले के धनाडीह गांव में हुआ था। उनका असली नाम शत्रुघ्न कुमार यादव है। बताया जाता है कि बचपन में ज्यादा बात करने की वजह से उनका नाम ‘खेसारी’ पड़ गया। आज लग्जरी जिंदगी जीने वाले खेसारी कभी मवेशी चराते थे। उन्हें बचपन से ही गाने-बजाने में दिलचस्पी थी, जो धीरे-धीरे उनके जुनून में बदल गया।
गायकी से मिली पहली सफलता
साल 2000 के आसपास उन्होंने करियर की शुरुआत की और छोटे-मोटे म्यूजिक वीडियो में काम किया। उनकी पहली बड़ी सफलता एल्बम “माल भेटाई मेला” से मिली, जिसने उन्हें पहचान दिलाई। गायकी में सफलता के बाद उन्होंने फिल्मों में भी हाथ आजमाने की ठानी। कई ऑडिशन देने के बाद 2011 में उन्हें “साजन चले ससुराल” फिल्म मिली।

फिल्मों में धमाकेदार एंट्री
“साजन चले ससुराल” 11 जून 2011 को रिलीज हुई और सुपरहिट रही। इस फिल्म ने खेसारी को भोजपुरी इंडस्ट्री का स्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने “जान तेरे नाम”, “नागिन”, “सपूत”, “देवरा पे मानवा डोल”, “तेरी कसम”, “छपरा एक्सप्रेस”, “जानेमन”, “खिलाड़ी”, “संघर्ष”, “बलम जी आई लव यू”, “दबंग सरकार” जैसी हिट फिल्मों में काम किया।
आज 14 करोड़ की संपत्ति के मालिक
एक समय था जब खेसारी के माता-पिता के पास खुद का घर भी नहीं था। लेकिन अपनी मेहनत से उन्होंने खुद को साबित किया। आज वे एक फिल्म के लिए 50-70 लाख रुपये और एक गाने के लिए 2-3 लाख रुपये चार्ज करते हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 14 करोड़ रुपये है।
आने वाली फिल्में
खेसारी लाल यादव जल्द ही “रिश्ते”, “राजाराम” और “अपराधी” जैसी फिल्मों में नजर आएंगे। उनकी कहानी बताती है कि मेहनत और लगन से कोई भी इंसान सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।