बिहार के मोकामा गैंगवार मामले में पूर्व विधायक अनंत सिंह ने शुक्रवार को पटना के बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उन्हें बेऊर जेल भेजे जाने की संभावना है। इससे पहले, गैंगस्टर सोनू भी गोलीबारी के मामले में आत्मसमर्पण कर चुका था।
मोकामा गैंगवार की पूरी घटना
22 जनवरी की रात मोकामा के नौंगा जलालपुर में मुकेश सिंह के घर का ताला खोलने को लेकर सोनू-मोनू गैंग और अनंत सिंह के समर्थकों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच करीब 80-90 राउंड गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में अनंत सिंह बाल-बाल बच गए, लेकिन उनके एक समर्थक को गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में अनंत सिंह और सोनू-मोनू के खिलाफ तीन नामजद मामले दर्ज किए हैं।
ताला खुलवाने का विवाद
घटना की शुरुआत मुकेश सिंह के घर के ताले को लेकर हुई थी। मुकेश सिंह, जो सोनू-मोनू का 3 साल तक मुंशी रहा, पर विश्वासघात और पैसे के गबन का आरोप था। इसके कारण सोनू-मोनू ने उसके घर पर ताला जड़ दिया। जब अनंत सिंह को इस मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने अपने समर्थकों के साथ ताला खुलवाने की कोशिश की, जिससे विवाद बढ़ गया और गोलीबारी हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए अनंत सिंह और सोनू-मोनू के खिलाफ मामले दर्ज किए। अनंत सिंह के आत्मसमर्पण के बाद यह मामला और भी गंभीर हो गया है और अब पुलिस जांच कर रही है कि गोलीबारी और गैंगवार के पीछे और कौन से कारण हो सकते हैं।