बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार का ए-क्लास कांट्रैक्टर लाइसेंस मंगलवार को पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) द्वारा निलंबित कर दिया गया है। यह आदेश पत्रकार की हत्या के आरोप में ठेकेदार की गिरफ्तारी के कारण लिया गया है। रायपुर से जारी आदेश के अनुसार, बीजापुर डिवीजन के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने ठेकेदार के तीन प्रमुख सड़कों के निर्माण कार्यों को रद्द कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव के कड़े निर्देशों के बाद यह कार्रवाई की गई है। ठेकेदार सुरेश चंद्रकार की फर्म वर्तमान में बीजापुर की तीन सड़कों पर निर्माण कार्य कर रही थी। इसमें नेलसनार-गंगालूर के बीच 32 किमी टू-लेन रोड, जैगुर से तुमनार के बीच 11.20 किमी रोड और कुटरू से फरसेगढ़ के बीच 12.6 किमी सड़क का चौड़ीकरण एवं मरम्मत शामिल था।
इन परियोजनाओं का कुल लागत 107 करोड़ रुपये था, जिसमें नेलसनार-गंगालूर रोड का ठेका 73 करोड़ रुपये का था। हालांकि, इनमें से कुछ काम या तो रुके हुए हैं या धीमी गति से चल रहे हैं। इससे पहले, पीडब्ल्यूडी ने इन ठेकों के बारे में सात आदेश जारी किए हैं, जिसमें ठेकेदार के काम की धीमी गति और निर्माण कार्यों की लंबी देरी को कारण बताया गया है।
ठेकेदारी लाइसेंस का निलंबन
पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेकेदार का ए-क्लास कांट्रैक्टर लाइसेंस निलंबित किया गया है। यह कदम पत्रकार की हत्या जैसे गंभीर अपराध में आरोपी ठेकेदार के खिलाफ उठाया गया अब तक का सबसे कड़ा कदम माना जा रहा है। विभाग ने साफ किया है कि ठेकेदार की फर्म द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य महीनों से रुके हुए थे, और अब इन्हें रोक दिया गया है।