रायपुर के मंदिर हसौद क्षेत्र स्थित ग्राम सेरीखेड़ी के पास सेवा निकेतन में एक दिलचस्प घटना सामने आई है। एक छात्रा ने तेंदुआ देखने का दावा किया, जबकि सेवा निकेतन के कुक ने तेंदुए की दहाड़ भी सुनी। इस पर पुलिस और वन विभाग की टीम ने जांच शुरू की, लेकिन तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी।
घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब एक छात्रा सुबह-सुबह वॉक पर निकली और सेवा निकेतन के पीछे स्थित फार्म हाउस के बाउंड्री के पास तेंदुआ देखा, ऐसा उसने प्रबंधन को बताया। हालांकि शुरुआत में प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद, करीब पचास मीटर दूर, कुक ने जानवर की चलने की आवाज और दहाड़ सुनने का दावा किया।
इस दावे के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पर जांच की, लेकिन उन्हें तेंदुए के कोई निशान नहीं मिले। वन अफसरों ने आसपास के इलाके का निरीक्षण किया, पर तेंदुए के आने का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर ने मामले में और भी उलझन डाली। वायरल फोटो में दावा किया गया कि यह वही तेंदुआ है, जिसे छात्रा ने देखा। लेकिन असल में वह तस्वीर एक बाघ की थी, जिससे मामला और गड़बड़ हो गया।
हालांकि, क्षेत्र में तेंदुए के आने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि यह इलाका घने जंगलों के करीब है और पहले भी तेंदुए मालगाड़ी में सवार होकर पहुंच चुके हैं।