सूरजपुर: सूरजपुर में हुए एक भयावह दोहरे हत्याकांड ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा करते हुए प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक और चौंकाने वाला नाम है—एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सीके चौधरी। यह सभी आरोपी मिलकर इस नृशंस वारदात को अंजाम देने में शामिल थे, जैसा कि आईजी अंकित गर्ग ने मामले की जानकारी देते हुए बताया।
वारदात का दिन
रविवार को सूरजपुर के चौपाटी क्षेत्र में कुलदीप साहू ने एक पुलिसकर्मी से बहस की। उसने कहा, “तुम्हारी पुलिस ने मेरा जीना हराम कर रखा है।” आरक्षक ने इसका जवाब देते हुए कहा, “मैं तो एक आरक्षक हूं, वरिष्ठ अधिकारी जो कर रहे हैं, मुझे क्या पता।” इस पर गुस्साए कुलदीप ने होटल में खौलते हुए तेल को आरक्षक पर फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से जल गया। घायल आरक्षक को इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया।
खौफनाक घटनाक्रम
इसके बाद, पुलिस ने कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। वह एक कार में छिपा हुआ था और जब पुलिस वाले उसे पकड़ने के लिए खोजबीन कर रहे थे, तब उसने गाड़ी चलाकर उन पर चढ़ाने की कोशिश की।
मामला और भी गंभीर तब हो गया जब कुलदीप ने शहर के बाहर महगंवा स्थित प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान में धावा बोल दिया। तालिब की पत्नी ने अपने पति को कॉल किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। इसी बीच, तालिब को पत्नी की चिंता हुई और वह घर की ओर दौड़ा। जब वह वहां पहुंचा, तो घर में खून फैला हुआ था और उसकी पत्नी और बेटी गायब थीं।
खोजबीन का दौर
तालिब ने घर के बाहर चाकू देखा, और उसकी घबराहट बढ़ गई। जब उसने तलाश शुरू की, तो पत्नी और बेटी की लाश शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मिली। इस नृशंसता ने पूरे इलाके में आतंक और भय का माहौल बना दिया है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की, और अब सभी आरोपी हिरासत में हैं। यह घटना न केवल एक पुलिसकर्मी के परिवार के लिए एक भयानक त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।