कांकेर: कांकेर जिले के लारगांव स्थित दुर्गा पंडाल में उस रात एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब ग्रामीण चैन की नींद सो रहे थे और अचानक पंडाल में एक भालू आ धमका। पंडाल में लगभग 10 ग्रामीण सो रहे थे, और भालू तेल की गंध से आकर्षित होकर पंडाल में घुस आया। गनीमत रही कि भालू ने किसी पर हमला नहीं किया। ग्रामीणों की सूझबूझ और शांत व्यवहार से यह संभावित हादसा टल गया, लेकिन घटना ने इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
कांकेर जिले में हाल के दिनों में जंगली जानवरों की गतिविधियाँ काफी बढ़ गई हैं। भालुओं के अलावा तेंदुओं ने भी रिहायशी इलाकों में घुसपैठ शुरू कर दी है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। वन विभाग के लिए यह चुनौती लगातार गंभीर होती जा रही है। कुछ ही दिन पहले तेंदुओं ने बच्चों समेत कई लोगों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिससे लोग और अधिक भयभीत हैं।
जिले के डुमाली गांव में हाल ही में एक साथ पांच तेंदुए देखे गए थे, जिसने वन विभाग को अलर्ट मोड पर डाल दिया है। इन घटनाओं ने ग्रामीणों को सतर्क रहने पर मजबूर कर दिया है, और वन विभाग अब इन जंगली जानवरों से निपटने की नई रणनीति तैयार करने में जुटा हुआ है।