ED Raid on Anurag Dwivedi: लखनऊ/उन्नाव। मशहूर यूट्यूबर और फैंटेसी क्रिकेट एनालिस्ट अनुराग द्विवेदी (Anurag Dwivedi) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनका यूट्यूब कंटेंट नहीं, बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी है। मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध वित्तीय लेन-देन के आरोपों में ईडी ने उनके ठिकानों पर छापा मारकर करोड़ों की संपत्तियां जब्त की हैं।
ED Raid on Anurag Dwivedi: उन्नाव स्थित घर पर छापा
बुधवार को ईडी की टीम उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के नवाबगंज स्थित अनुराग द्विवेदी के आवास पर पहुंची। छापेमारी के दौरान ईडी ने Lamborghini, Mercedes और BMW सहित कुल पांच लग्जरी कारें जब्त कीं। बताया जा रहा है कि इनमें से लैंबोर्गिनी की कीमत करीब 6.5 करोड़ रुपये है। सभी गाड़ियों को ईडी के लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय में खड़ा कराया गया है।
Dream11 सट्टेबाजी से जुड़ा मामला!
ईडी को छापेमारी के दौरान ऐसे कई दस्तावेज मिले हैं, जो Dream11 से जुड़ी सट्टेबाजी, फर्जी लेन-देन और उससे बनाई गई संपत्तियों की ओर इशारा करते हैं।
जांच एजेंसी इन कागजात को दो बैग में भरकर अपने साथ ले गई है, जिनकी अब गहन जांच की जा रही है।
12.5 लाख रुपये नकद और जमीनों के दस्तावेज जब्त
सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान करीब 12.5 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए। हालांकि इस रकम को मेडिकल स्टोर से जुड़ा बताया गया, फिर भी ईडी ने इसे जब्त कर लिया है।
इसके अलावा, अलग-अलग जगहों पर खरीदी गई जमीनों के दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए गए हैं।
चाचा और फर्मों से जुड़े ठिकानों की भी तलाशी
ईडी की कार्रवाई केवल अनुराग के घर तक सीमित नहीं रही। टीम ने
नवाबगंज में चाचा पप्पू द्विवेदी के मकान
मां दुर्गागन हाउस
मां पीतांबरा एंटरप्राइजेज
से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की।
PMLA के तहत जांच, हवाला और विदेशी निवेश का शक
क्रूज पर दुबई में हुई भव्य शादी के बाद चर्चा में आए अनुराग द्विवेदी के खिलाफ ईडी ने PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत जांच शुरू की है।
ईडी का दावा है कि अनुराग ने
हवाला ऑपरेटरों
फर्जी बैंक खातों
बिचौलियों
के जरिए अवैध भुगतान प्राप्त किए।
आरोप है कि इसी काली कमाई से विदेशों में निवेश किया गया। ईडी सूत्रों के मुताबिक, अनुराग ने दुबई में कई अचल संपत्तियां भी खरीदी हैं और वह पिछले कुछ समय से वहीं रह रहे थे।
साइकिल से Lamborghini तक का सफर
अनुराग द्विवेदी की लाइफ-स्टाइल में आया अचानक बदलाव जांच एजेंसियों के लिए बड़ा सवाल बन गया। बताया जाता है कि कुछ साल पहले तक वह साइकिल से चलते थे, लेकिन फैंटेसी स्पोर्ट्स और क्रिकेट सट्टेबाजी से उनकी कमाई में जबरदस्त उछाल आया।
उनके पिता पूर्व में ग्राम प्रधान रह चुके हैं।
क्रिकेट सट्टेबाजी और टिपिंग नेटवर्क की जांच
ईडी की जांच का मुख्य फोकस इस बात पर है कि
क्या क्रिकेट सट्टेबाजी और ‘टिपिंग’ से कमाई गई रकम
अवैध तरीके से विदेश भेजी गई
और फिर उसे व्हाइट मनी के रूप में वापस लाया गया?
पूछताछ का दौर जल्द
आने वाले दिनों में अनुराग द्विवेदी और उनके करीबियों से पूछताछ हो सकती है। ईडी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन से रसूखदार लोग शामिल हैं।
इस कार्रवाई से फैंटेसी स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सट्टेबाजी के नाम पर अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है।
