रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में सियासी हलचल तेज हो गई है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है।
दरअसल, चौबे ने हाल ही में कहा था कि प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व अब भूपेश बघेल को करना चाहिए। इस बयान पर पीसीसी प्रमुख दीपक बैज ने उन्हें महाज्ञानी कह दिया था, जिसके बाद पार्टी के भीतर जमकर बवाल मचा।
जिलाध्यक्षों की बैठक में बढ़ा विवाद
राजीव भवन रायपुर में हुई बैठक में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ।
जगदलपुर जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने चौबे के बयान को अनुशासनहीनता बताया।
दुर्ग ग्रामीण जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि चौबे ने यह बात भूपेश बघेल के जन्मदिन पर कही थी, इसमें कुछ गलत नहीं है।
हालाँकि, अधिकांश जिला अध्यक्षों ने चौबे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की।
कार्रवाई की तलवार लटकी
बैठक में यह भी कहा गया कि छोटे कार्यकर्ताओं पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन बड़े नेताओं पर नरमी बरती जाती है। अब रविंद्र चौबे पर कांग्रेस अनुशासन समिति की कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
इसी बैठक में पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के मामले में अब तक कोई एक्शन न लेने पर भी सवाल उठाए गए।
