फिल्मों में गीत संगीत का होना इसे और भी लुभावना बना देता है, दर्शकों भी इसकी वजह से जुड़ाव महसूस करते हैं . लेकिन अभी के समय में जिस तरह की स्थिति है उससे फिल्मों में म्यूजिक इंडस्ट्री की जगह को लेकर संशय बनी रहती है.
कई सिंगर्स या कम्पोजर ने म्यूजिक में चल रहे ट्रेंड पर अपना गुस्सा भी जाहिर किया है, इसी बीच अब दिग्गज सिंगर कुमार सानू ने अपनी बात रखी है.
हालही में एक इंटरव्यू में सिंगर कुमार सानू (Kumar Sanu) ने वर्तमान समय में फिल्मी पर्दे के पीछे की हकीकत को उजागर किया है. उन्होंने कहा कि,अभी के दौर में टैलेंट का सही तरह से उपयोग ही नही हो रहा है.
अरमान मलिक से लेकर अरिजीत सिंह तक कई संगीत के सितारे अपनी परेशानी को शेयर कर चुके हैं. पर्दे के पीछे सिंगर्स को कई तरह की मुश्किलों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है,अब कुमार सानू ने भी इसी विषय को लेकर हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में अपनी बात रखी है.
सैकंडरी हो गया म्यूजिक
कुमार सानू ने बताया कि, ‘हमारे समय की जनरेशन भाग्यशाली थी.हमारे म्यूजिक डायरेक्टर्स यदि वेस्टर्न की जगह, इंडियन म्यूजिक कल्चर पर यदि फोकस करें तो उसमे हम बेहतर साबित हो सकते हैं.
किंतु अभी के समय में अभिनेता ये तय करता है कि किस सिंगर को उनके लिए प्लेबैक करना है और किसको नहीं,ऐसी दखलअंदाजी समाप्त होनी चाहिए.
आज के दौर में म्यूजिक इंडस्ट्री को सैकंडरी का दर्जा मिलता है. एक समय संगीत फिल्मों में सबसे पहले होता था. अब संगीत पर से ध्यान ही हटा दिया गया है.
’फिल्ममेकर्स पर कसा तंज
अपनी बातचीत में उन्होंने फिल्ममेकर्स पर भी तंज कसा है, उन्होंने कहा, ‘एक तरफ जहां संगीत को दूसरा दर्जा मिल रहा है. वहीं, दूसरी ओर अभी के फिल्मकार ओवर कॉन्फिडेंट हो चुके है, वो फिल्मों में अच्छे गीत और संगीत रखना जरूरी ही नहीं मानते. यही वजह है कि अब म्यूजिक इंडस्ट्री की दुनिया घने संकट के दौर में है.