Bastar News: 22 जनवरी का दिन जिस दिन Ayodhya Ram Mandir की प्राण प्रतिष्ठा हुई, इस शुभ दिन पर सैकड़ों दंपती अपने बच्चों को जन्म देने के लिए काफी उत्साहित थे,किंतु 22 जनवरी की रात 11 बजे बस्तर के तोकापाल के बारुपाटा गांव में नवजात बच्चे की मां ने ही उसे मारने का निर्णय किया…
पिता ने मां और बच्चे को नही अपनाया
पिता ने मां और बच्चे दोनो को अपनाने से इंकार कर दिया था। जिसकी वजह से रात के घने अंधेरे में उसकी मां ने ही नवजात को गांव के पास ही स्थित नीलगिरी के जंगल में एक चूहे के द्वारा खोदे गए गड्ढे में उसे दफना दिया। वह बच्ची को मारने के सारे जतन कर आई,किंतु कहते है ना,होइहै वही राम रचि राखा…। प्रभु रामजी ने जो रचा, आखिर में वही होगा।
गांव के सरपंच पति मनीष बेंजाम मंगलवार की सुबह जब नीलगिरी के जंगल की तरफ जा गए तो उन्हें एक बच्चे के रोने की आवाज आई। जिसके बाद बच्चे को चूहे के बिल से निकालकर उन्होंने एंबुलेंस को बुलाया। 108 कुछ ही देर बाद गांव पहुंच गई।