भारतीय क्रिकेट टीम के सिक्सर किंग कहे जाने वाले युवराज सिंह अपने धाकड़ बल्लेबाजी और हरफनमौला अंदाज के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने भारत को कई अहम मैचों में शानदार जीत दिलाई है, अक्सर अपने खेल को लेकर सुर्खियों में रहने वाले युवराज सिंह,इस बार अपनी फैमिली के साथ हुई धोखाधड़ी के चलते चर्चा में है।
दरअसल, क्रिकेटर के परिवार को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठने का मामला सामने आया है, जहां युवराज की मां को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे की मांग की गई थी,अब बीते मंगलवार पुलिस ने उस ठगी करने वाली महिला को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार, ठगी करने वाली महिला कोई और नहीं बल्कि युवराज के परिवार की परिचित ही थी, युवराज की मां शबनम सिंह के द्वारा केस दर्ज कराया गया है जिसके अनुसार, साल 2022 में युवराज सिंह के भाई जोरावर सिंह की देखरेख करने के लिए, परिवार ने हेमा कौशिक नाम की एक महिला को काम पे रखा हुआ था,जोरावर सिंह पिछले काफी समय से अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रहे थे।
हालांकि, महिला अनुभवी नहीं थी,जिसकी वजह से उनको 20 दिनों में ही काम से बाहर कर दिया गया. लेकिन हेमा कौशिक ने मई माह से युवराज के परिवार को झूठे केस में फंसाने और उन्हें बदनाम करने की धमकी देते हुए, मैसेज भेजना और कॉल करना शुरू कर दिया, साथ ही उनसे 40 लाख रुपये मांगते हुए ब्लैकमेल करने की कोशिश की.
शिकायत के बाद गुरुग्राम पुलिस हरकत में आई और प्लान बनाकर, उस ठगी करने वाली महिला को युवराज सिंह की मां से 5 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया.
खबर के मुताबिक, हेमाकौशिक ने 19 जुलाई को व्हाट्सएप मैसेज के जरिए युवराज की मां को धमकी दी थी. आरोपी महिला ने धमकी देते हुए कहा था कि वह उनकी पूरी फैमिली के खिलाफ 23 जुलाई को थाने में शिकायत दर्ज करा देगी.
ऐसा न करने के लिए उसने युवराज की मां को 40 लाख रुपये की मांग रखी . इसके जवाब में युवराज की मां शबनम सिंह ने कहा कि रकम बहुत बड़ी है,इसका इंतजाम करने में थोड़ा समय लग जाएगा.इस प्रकार तय हुआ की सोमवार तक पांच लाख रुपये देने है.
बस फिर क्या था जैसे ही महिला मंगलवार को ब्लैकमेल के पैसे लेने पहुंची, तो पुलिस ने उसी समय उसे धर दबोचा।
हालांकि, कुछ समय बाद आरोपी महिला जमानत पर रिहा हो गई,लेकिन उसपर अवैध वसूली जैसी कई धाराओं में FIR दर्ज हुई है.