Brij Bhushan Saran Singh: खेल मंत्रालय के द्वारा (WFI) को निलंबित कर दिया गया है,जिसके बाद अब बृजभूषण शरण सिंह का इसपर बयान आया है।आइए जानते हैं आखिर उन्होंने इसपर क्या कहा…
WFI चुनाव की जीत का शुरूर अभी उतरा भी नही था कि एक और अलग विवाद खड़ा हो गया है। चयनित सदस्यों पर ये आरोप लगा है कि उनके द्वारा उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।इसी के चलते सरकार ने WFI को निलंबित करने का निर्णय लिया है।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का चुनाव दो दिन पहले ही हुआ था,लेकिन खेल मंत्रालय ने इसे अब निलंबित कर दिया।
नवनिर्वाचित संस्था पर आरोप हुआ की उन्होंने सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया और पहलवानों को उनकी तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिए बिना ही अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की ‘जल्दबाजी में घोषणा’ कर दी।
साथ ही मंत्रालय ने कहा कि नवनिर्वाचित संस्था ‘पूरी तरह से पूर्व पदाधिकारियों के अधीन’ में कार्य कर रही थी जो की राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप बिलकुल नहीं है।
इसके बाद अब पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के कद्दावर नेता Brij Bhushan Sharan Singh का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि वे कुश्ती से अब संन्यास ले चुके हैं।
दरअसल,21 दिसंबर को WFI के चुनाव में पूर्व अध्यक्ष Brij Bhushan Sharan Singh के करीबी Sanjay Singh और उनके पैनल ने जीत हासिल की थी।
लेकिन इसके तुरंत बाद ही ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विनर महिला खिलाड़ी Sakshi Malik ने भावुक होते हुए खेल से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया जिससे खूब बवाल मच गया।
फिर अगले ही दिन स्टार रेसलर Brij Bhushan Sharan Singh के खिलाफ आवाज उठाने वाले Bajrang Punia ने पीएम आवास के बाहर फुटपाथ पर अपना सर्वश्रेष्ठ सम्मान पद्मश्री अवॉर्ड रख दिया था।
सरकार के एक्शन और साक्षी के संन्यास पर Brij Bhushan Sharan ने कहा कि- साक्षी ने संन्यास ले लिया है तो मैंने भी संन्यास ले लिया है। मेरा रोल अब खत्म हो चुका है। मैं तो सिर्फ टूर्नामेंटों को जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास कर रहा था।12 सालों तक मैंने कुश्ती की सेवा की है। बाकी रही निलंबन की बात तो नई कार्यकारिणी सरकार से इस मामले पर बात करेगी।