बालोद : जिले के अर्जुन्दा क्षेत्र के दाऊ पारा में आज एक अंत्येष्टि समारोह ने उस वक्त चौंकाने वाला मोड़ ले लिया जब अचानक मधुमक्खियों का झुंड लोगों पर टूट पड़ा। इस विचित्र हमले में करीब 15 लोग घायल हो गए, जिनमें एक विचाराधीन आरोपी (मृतक का बेटा) और दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। सभी घायलों का इलाज अर्जुन्दा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
यह सब तब शुरू हुआ जब 15 सितंबर 2024 को डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी के पिता की हाल ही में तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। आज, मृतक के बेटे प्रवीण चंदेल को पुलिस ने विशेष अनुमति के साथ अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर लाया था।
जैसे ही लोग मृतक को मुक्ति धाम जलाने के लिए ले जा रहे थे, ठीक आधे किलोमीटर पहले मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया। रिश्तेदार, विचाराधीन कैदी और पुलिसकर्मी सभी एक साथ चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगे। इस दृश्य ने सभी को दंग कर दिया, और लोग आधे घंटे तक शव को छोड़कर भागते रहे, जैसे कोई भयानक सपना हो।
परिवार के सदस्यों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने प्रवीण चंदेल को रातभर थाने में पीटा, जिसके कारण उसके पिता की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन 13 अक्टूबर को उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद, मृतक के परिजनों ने अर्जुन्दा थाना के बाहर शव रखकर जोरदार हंगामा किया। इस दौरान, गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद भी उनके साथ धरने पर बैठे।
यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। तीन पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है।