बढ़ते समय के साथ देश में UPI का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है।किंतु इसमें कमाई ना होने के चलते बैंकों ने एक तरह से इसे थर्ड पार्टी ऐप्स के हवाले छोड़ दिया है।जिसमे तीन ऐप्स का पूरे मार्केट पर कब्जा है।
पिछले कुछ समय से देश में यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) का इस्तेमाल भारी तादाद में होने लगा । 95.7 परसेंट यूपीआई ट्रांजैक्शन देश में फोनपे (PhonePe), गूगल पे (Google Pay) और पेटीएम (Paytm) जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स की मदद से हो रहा है।
NPCI(नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) के आंकड़ों के अनुसार पिछले एक साल में UPI payment में PhonePe की हिस्सेदारी में उछाल होकर करीब 50 परसेंट तक पहुंच गई है। इस दौरान Paytm ने भी अपनी धाक जमाई, लेकिन Google Pay की हिस्सेदारी में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई।
वेल्यू के हिसाब से जून में इस साल PhonePe की 49.8%, Paytm की 33% तथा Google Pay की 10.9 % हिस्सेदारी है। वहीं बीते एक साल पहले 48.8% PhonePe की हिस्सेदारी, 9.9% Paytm की और Google Pay की 34.6 फीसदी हिस्सेदारी थी।
NPCI की तरफ से इंडिविजुअल थर्ड पार्टी के लिए मार्केट शेयर में 30 फीसदी का कैप लगाया गया है।ये नियम 15 महीने बाद लागू हो जाएगा। वॉलमार्ट (Walmart) के अधिकार वाली कंपनी PhonePe की इस साल जून में वॉल्यूम के हिसाब से हिस्सेदारी 47.2 % हो गई है जो की पिछले साल जून में 45.8 परसेंट पर थी।
UPI payment से बैंकों को कोई लाभ नहीं हो पा रही है, जिसके वजह से इसे थर्ड पार्टी ऐप्स के हवाले ही कर दिया गया है। बैंकों की यदि बात करें तो UPI payment में यस बैंक की 0.7 फीसदी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। ये भी अनुमान था की वॉट्सऐप की इसमें एंट्री से UPI में थोड़ा कॉम्पिटिशन बड़ सकता है, लेकिन यह मेसेजिंग ऐप अब तक कुछ खास असर नहीं छोड़ पाया है।
Worldline’s India की डिजिटल पेमेंट रिपोर्ट के अनुसार करीब 95.7 परसेंट ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में PhonePe, Google Pay और Paytm की हिस्सेदारी है,यही चीज पिछले साल जून में 94.6 परसेंट पर थी।